दिल्ली में अब कुछ राहत मिली है। अब दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 165 पर आ गया है, जो कि “मध्यम” श्रेणी में आता है। इसी के चलते, एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमिशन (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत स्टेज 4 के कड़े प्रतिबंध हटा दिए हैं। इसका मतलब है कि डीजल वाहनों पर लगी पाबंदियाँ हटा दी गई हैं, और अब डीजल कारों और ट्रकों को दिल्ली की सड़कों पर चलने की इजाजत मिल गई है।
हालांकि, यह राहत अस्थायी है और इसमें कुछ शर्तें भी हैं। दिल्लीवासियों को GRAP के तहत स्टेज 2 के नियमों का पालन करना जारी रखना होगा, ताकि वायु गुणवत्ता को बनाए रखा जा सके।
GRAP स्टेज 2 के तहत जारी प्रतिबंध:
- कोयला और लकड़ी का इस्तेमाल: होटल, रेस्टोरेंट और सड़क किनारे के खाने-पीने के ठेले पर तंदूरों का इस्तेमाल अब भी बंद रहेगा। यानी कोयला या लकड़ी से जलाने पर पाबंदी बनी रहेगी।
- डीजल जनरेटर: डीजल जनरेटर का उपयोग केवल आपातकालीन सेवाओं और आवश्यक कार्यों के लिए किया जा सकेगा।
- धूल नियंत्रण उपाय: सड़कों की सफाई, पानी का छिड़काव और एंटी-स्मॉग गन्स का उपयोग रोज़ाना किया जाएगा, ताकि धूल और प्रदूषण कम किया जा सके।
- ऊर्जा आपूर्ति: बिजली आपूर्ति को प्राथमिकता दी जाएगी, ताकि डीजल जनरेटर पर निर्भरता कम हो सके।
इसके अलावा, मीडिया के जरिए लगातार सार्वजनिक सलाह जारी की जाएगी ताकि लोग प्रदूषण के हॉटस्पॉट्स और उससे बचाव के उपायों के बारे में जान सकें।
GRAP क्या है और यह कैसे काम करता है?
दिल्ली की हवा को साफ रखने के लिए GRAP एक चरणबद्ध प्रणाली है, जिसे एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के बढ़ने पर लागू किया जाता है। जैसे-जैसे AQI का स्तर बढ़ता है, वैसे-वैसे पाबंदियाँ सख्त होती जाती हैं।
- स्टेज 1 (AQI 201-300: खराब):
इस स्तर पर गतिविधियाँ की जा सकती हैं, लेकिन सावधानियाँ बरतनी होती हैं। खुले में कचरा जलाने या तंदूर में कोयला जलाने की पाबंदी होगी। - स्टेज 2 (AQI 301-400: बहुत खराब):
इस स्तर पर जरूरी निर्माण कार्यों की अनुमति दी जाती है, लेकिन डीजल जनरेटर और कोयला के उपयोग पर पाबंदी होती है। - स्टेज 3 (AQI 401-450: गंभीर):
इस स्तर पर गैर-जरूरी निर्माण कार्य रोक दिए जाते हैं, और BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल वाहनों पर पाबंदी लगाई जाती है, केवल जरूरी सेवाओं के लिए छूट रहती है। - स्टेज 4 (AQI >450: गंभीर प्लस):
इस स्तर पर पूरी तरह से निर्माण कार्य बंद कर दिए जाते हैं, और डीजल ट्रकों पर पाबंदी लगा दी जाती है। इसके अलावा, ऑड-ईवन योजना या वर्क-फ्रॉम-होम जैसी अतिरिक्त पाबंदियाँ भी लागू हो सकती हैं।
क्या हो सकता है अगर AQI फिर से बढ़े?
हालांकि दिल्ली को अब कुछ राहत मिली है, लेकिन CAQM ने चेतावनी दी है कि अगर AQI फिर से 350 के पार जाता है, तो स्टेज 3 के प्रतिबंध फिर से लागू हो सकते हैं। अगर AQI 400 को पार करता है, तो दिल्ली को फिर से स्टेज 4 के कड़े प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है, जिसमें डीजल वाहनों पर पाबंदी और अन्य सख्त उपाय शामिल हैं।
दिल्लीवासियों को यह याद रखना चाहिए कि वायु गुणवत्ता की स्थिति बहुत नाजुक है, और अगर प्रदूषण का स्तर फिर से बढ़ता है, तो restrictions लागू हो सकती हैं।
दिल्लीवासियों के लिए यह समय राहत का है, क्योंकि डीजल वाहनों पर लगी पाबंदी हटाई गई है। लेकिन GRAP के स्टेज 2 के तहत कुछ प्रतिबंध अब भी जारी हैं, जिनका पालन करना जरूरी है। मौसम के बदलते ही प्रदूषण का स्तर भी बदल सकता है, और ऐसे में हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है।
अगर प्रदूषण बढ़ता है, तो GRAP के कड़े उपाय फिर से लागू हो सकते हैं। इस समय हमें प्रदूषण कम करने के उपायों को अपनाना और दिल्ली को साफ और स्वस्थ बनाये रखने में मदद करनी चाहिए।