15 सितंबर से बदल रहे हैं मोबाइल यूज के नियम! जानें क्या होगा फायदा, क्या होगी परेशानी?

Jiyansh Verma

नई दिल्ली: 15 सितंबर से देश में मोबाइल यूज करने के नियम बदलने वाले हैं. दूरसंचार विभाग (DoT) ने नई टेलीकॉम नीति 2023 के तहत कई बदलाव किए हैं. इनमें सबसे महत्वपूर्ण बदलाव है बिना बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन के नए सिम कार्ड जारी नहीं किए जाएंगे.

नए नियमों की मुख्य बातें:

  • बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन: सिम कार्ड लेने के लिए अब आधार कार्ड और बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा.
  • सिम कार्ड की संख्या में कमी: एक व्यक्ति के नाम पर अधिकतम 18 सिम कार्ड ही जारी किए जा सकेंगे.
  • स्पैम कॉल और मैसेज पर लगाम: स्पैम कॉल और मैसेज पर लगाम लगाने के लिए DoT ने नई व्यवस्था बनाई है.
  • ग्राहक सेवा में सुधार: टेलीकॉम कंपनियों को बेहतर ग्राहक सेवा प्रदान करने के लिए निर्देश दिए गए हैं.
  • सस्ता डेटा और कॉल: DoT का दावा है कि नए नियमों से डेटा और कॉल की कीमतें कम होंगी.

इन बदलावों के क्या फायदे होंगे?

  • साइबर अपराध में कमी: बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन से फर्जी सिम कार्ड जारी करने और साइबर ठगी आदि पर लगाम लगेगी.
  • स्पैम कॉल और मैसेज से राहत: नए नियमों से स्पैम कॉल और मैसेज में कमी आएगी, जिससे लोगों को राहत मिलेगी.
  • बेहतर ग्राहक सेवा: टेलीकॉम कंपनियों को बेहतर ग्राहक सेवा प्रदान करने के लिए बाध्य किया जाएगा.
  • सस्ता डेटा और कॉल: DoT का दावा है कि नए नियमों से डेटा और कॉल की कीमतें कम होंगी, जिससे ग्राहकों को फायदा होगा.

इन बदलावों से किन लोगों को परेशानी हो सकती है?

  • ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग: जिन लोगों के पास आधार कार्ड या बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन की सुविधा नहीं है, उन्हें नए सिम कार्ड लेने में परेशानी हो सकती है.
  • गरीब लोग: जो लोग कई सिम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें नए नियमों के तहत कुछ सिम कार्ड बंद करने होंगे.

निष्कर्ष:

DoT द्वारा किए गए ये बदलाव मोबाइल यूजर्स के लिए फायदेमंद हो सकते हैं. नए नियमों से साइबर अपराध में कमी, स्पैम कॉल और मैसेज से राहत, और बेहतर ग्राहक सेवा मिलने की उम्मीद है. हालांकि, कुछ लोगों को इन बदलावों से थोड़ी परेशानी भी हो सकती है.

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसे कानूनी सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए.

Leave a Comment