Google Analytics G4 में Bounce Rate कैसे चेक करें: Step By Step Guide

Jiyansh Verma

आपकी वेबसाइट पर आने वाले विज़िटर्स (Visitors) कितने देर रुकते हैं, ये आपके बिजनेस के लिए काफी अहम जानकारी है. गूगल एनालिटिक्स 4 (GA4) में बाउंस रेट (Bounce Rate) यही बताता है. तो चलिए, आज सीखते हैं कि 2024 में GA4 में बाउंस रेट कैसे चेक करें:

स्टेप 1: गूगल एनालिटिक्स 4 में लॉग इन करें (Step 1: Google Analytics 4 mein Login karein)

सबसे पहले, अपने गूगल एनालिटिक्स 4 अकाउंट में लॉग इन करें. अगर आपने अभी तक अकाउंट नहीं बनाया है, तो आप इसे आसानी से फ्री में बना सकते हैं.

स्टेप 2: रिपोर्ट्स सेक्शन में जाएं (Step 2: Reports Section mein jaye)

लॉग इन करने के बाद, लेफ्ट साइडबार में आपको कई ऑप्शन दिखाई देंगे. इनमें से “Reports” (रिपोर्ट्स) वाले ऑप्शन पर क्लिक करें.

स्टेप 3: पेज और स्क्रीन रिपोर्ट चुनें (Step 3: Page aur Screen Report Chune)

अब रिपोर्ट्स सेक्शन में आपको कई तरह की रिपोर्ट्स दिखाई देंगी. इनमें से “Engagement” (इंगेजमेंट) के नीचे “Pages & screens” (पेज और स्क्रीन) को चुनें.

स्टेप 4: बाउंस रेट दिखाने के लिए कस्टमाइज़ करें (Step 4: Bounce Rate Dikhane ke liye Customize karen)

Google Analytics Select Metrics

आपके सामने वेब पेज और स्क्रीन की परफॉर्मेंस से जुड़ी जानकारी खुल जाएगी. लेकिन अभी इसमें बाउंस रेट नहीं दिख रहा होगा. इसे दिखाने के लिए ऊपर दाएं कोने में पेंसिल आइकॉन (Pencil Icon) पर क्लिक करें.

स्टेप 5: बाउंस रेट मेट्रिक चुनें (Step 5: Bounce Rate Metric Chunen)

Google Analytics Select Metrics Bounce Rate

एक साइडबार खुल जाएगा. इसमें आपको कई तरह के मेट्रिक्स (Metrics) दिखाई देंगे. इनमें से “Add metric” (मेट्रिक जोड़ें) पर क्लिक करें और फिर सर्च बार में “Bounce rate” (बाउंस रेट) टाइप करके इसे चुनें. अंत में “Apply” (लागू करें) पर क्लिक करें.

स्टेप 6: (ऑप्शनल) रिपोर्ट सेव करें (Step 6: (Optional) Report Save karen)

अब आप देख सकते हैं कि आपकी चुनी हुई वेब पेज या स्क्रीन के लिए बाउंस रेट भी दिखने लगा है. आप चाहें तो ऊपर दाएं कोने में दिख रहे तीन डॉट्स वाले आइकॉन पर क्लिक करके इस रिपोर्ट को सेव भी कर सकते हैं.

तो बस! इतने आसान स्टेप्स में आप गूगल एनालिटिक्स 4 में बाउंस रेट चेक कर सकते हैं.

याद रखें:

  • बाउंस रेट जितना कम हो, उतना अच्छा माना जाता है. इसका मतलब है कि लोग आपकी वेबसाइट पर ज़्यादा देर रुक रहे हैं और कंटेंट देख रहे हैं.
  • बाउंस रेट को कम करने के लिए आप अपनी वेबसाइट के कंटेंट, डिजाइन और यूजर फ्रेंडलीनेस पर ध्यान दें.

गूगल एनालिटिक्स 4 में बाउंस रेट (Bounce Rate) यह बताता है कि आपकी वेबसाइट पर आने वाले कुल विज़िटर्स (Visitors) में से कितने लोग एक ही पेज देखकर चले जाते हैं.

बाउंस रेट आपके बिजनेस के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दर्शाता है कि आपकी वेबसाइट कितनी आकर्षक और उपयोगी है. यदि बाउंस रेट ज़्यादा है, तो इसका मतलब है कि लोग आपकी वेबसाइट पर जल्दी बोर हो जाते हैं या उन्हें वे ढूंढ नहीं पाते जो वे ढूंढ रहे हैं.

गूगल एनालिटिक्स 4 में बाउंस रेट चेक करने के लिए, आप ऊपर दिए गए स्टेप बाय स्टेप गाइड का पालन कर सकते हैं.

बाउंस रेट को कम करने के लिए आप कई चीजें कर सकते हैं:

  • अपनी वेबसाइट के कंटेंट को जानकारीपूर्ण बनाएं.
  • अपनी वेबसाइट के डिजाइन को सरल और उपयोग में आसान बनाएं.
  • अपनी वेबसाइट की लोडिंग स्पीड को बेहतर बनाएं.
  • कॉल टू एक्शन (Call to Action) का इस्तेमाल करें ताकि लोग आपकी वेबसाइट पर ज़्यादा समय बिता सकें.
  • अपनी वेबसाइट के लिए SEO (Search Engine Optimization) करें.

हाँ, आप कई टूल्स का इस्तेमाल करके बाउंस रेट चेक कर सकते हैं. कुछ लोकप्रिय टूल्स में Google Analytics 4, Hotjar, Crazy Egg, और Sumo शामिल हैं.

हाँ, आप गूगल एनालिटिक्स 4 में “Average Engagement Time” (औसत जुड़ाव समय) देखकर भी बाउंस रेट का अंदाजा लगा सकते हैं.

नहीं, बाउंस रेट को पूरी तरह से खत्म करना संभव नहीं है. लेकिन आप इसे कम करके अपनी वेबसाइट के प्रदर्शन को बेहतर बना सकते हैं.

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